Brahmakumaris Bhilai
अष्टभुजाधारी दुर्गा मां की अष्ट शक्तियां हम सभी में मां के रूप में विद्यमान….

चैतन्य देवियों की झांकी में शिवानी दीदी ने बताया हर शक्ति मां बनकर हमारी पालना करती…
अष्टभुजाधारी दुर्गा मां की अष्ट शक्तियां हम सभी में मां के रूप में विद्यमान….
नवरात्रि रूपी कन्या का आह्वान शिव की शक्तियों को जीवन में करे समाहित….
भिलाई, 7 अक्टूबर 2024, छत्तीसगढ़ :- तीन बार ओम की ध्वनि उच्चारण के साथ ब्रह्मांड की समस्त शक्ति से जुड़कर नवरात्रि के रूप में कन्या द्वारा नवदुर्गा के आध्यात्मिक रहस्य को बताते हुए सेक्टर 7 स्थित राजयोग भवन में चैतन्य देवियों की झांकी लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। जिसमें एक के बाद एक चैतन्य देवियों का विशाल पर्वत एवं गुफाओं से प्रकट होकर जड़ मूर्ति के रूप में स्थिर होकर भक्तों को दर्शन दे उन्हें शांति और दिव्यता की अनुभूति करा रही है।
सर्वप्रथम सांसद विजय बघेल, रजनी बघेल, डॉक्टर पीयूष गोयल (डायरेक्टर स्पर्श हॉस्पिटल) मुखोपाध्याय जी (ई डी प्रोजेक्ट ,भिलाई इस्पात संयंत्र),पंकज त्यागी (जी एम,एफ एस एन एल ) ब्रह्माकुमारी आशा दीदी द्वारा झांकी का दीप प्रज्वलन कर विधिवत उद्घाटन किया गया।
सर्वप्रथम सांसद विजय बघेल, रजनी बघेल, डॉक्टर पीयूष गोयल (डायरेक्टर स्पर्श हॉस्पिटल) मुखोपाध्याय जी (ई डी प्रोजेक्ट ,भिलाई इस्पात संयंत्र),पंकज त्यागी (जी एम,एफ एस एन एल ) ब्रह्माकुमारी आशा दीदी द्वारा झांकी का दीप प्रज्वलन कर विधिवत उद्घाटन किया गया।
अष्टभुजा धारी दुर्गा मां की अष्ट शक्तियां (समाने की शक्ति, सहन करने की शक्ति, सामना करने की शक्ति, समेटने की शक्ति, परखने की शक्ति, निर्णय लेने की शक्ति, सहयोग करने की शक्ति,विस्तार को संकीर्ण करने की शक्ति) हम सभी में मां के रूप में विद्यमान है। हमारे अंदर की हर शक्ति हमारी मां है। यह सन्देश मूर्ति रूप में विराजित चैतन्य देवियाँ दे रही है |
ज्ञात हो की राजयोग मेडिटेशन के सतत अभ्यास द्वारा तन और मन की स्थिरता, एकाग्रता के कारण अचल और अडोल मूर्तियों के समान प्रतीत होती हैं कन्याएं।
ज्ञात हो की राजयोग मेडिटेशन के सतत अभ्यास द्वारा तन और मन की स्थिरता, एकाग्रता के कारण अचल और अडोल मूर्तियों के समान प्रतीत होती हैं कन्याएं।
झांकी के अंत में सभी को राजयोग मेडिटेशन के अभ्यास द्वारा बताया जा रहा है कि “हमारे एक सकारात्मक विचार में सब कुछ बदलने की शक्ति है।”
चैतन्य देवियों की झांकी में शिवानी दीदी ने बताया “हर शक्ति मां बनकर हमारी पालना करती”…
नवरात्रि रूपी कन्या का आह्वान “शिव की शक्तियों को जीवन में करे समाहित”….
भिलाई, 9 अक्टूबर 2024, छत्तीसगढ़ :- सेक्टर 7 स्थित राजयोग भवन में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा आयोजित चैतन्य देवियों की झांकी में अंतर्राष्ट्रीय मोटिवेशनल स्पीकर ब्रह्माकुमारी शिवानी दीदी का नवरात्रि पर्व के आध्यात्मिक रहस्य को स्पष्ट करते हुए प्रेरणादाई वीडियो दिखाया जा रहा है जिसमें नवरात्रि पर्व केवल उत्सव नहीं बल्कि शिव की शक्तियों को जीवन में धारण करे वो शक्तियां हमारी मां बनकर पालन करती है।
*सर्व आसुरी वृत्तियो का नाश करने मां दुर्गा, निर्बल मन में बल भरने वाली सर्व शक्तियों की अधिष्टि करुणा दया ममता की मूर्त देवी वैष्णवी,पवित्र बुद्धि में ज्ञान का विकास शुद्ध सात्विक परख शक्ति कंकड़ छोड़ मोती चुगने वाले हंसवाहिनी ज्ञान की देवी मां सरस्वती, कठोर संस्कार को विकराल स्वरूप द्वारा समाप्त करने वाली खड्गिरी शस्त्र नरमुंड माला धारण किए मां काली, बुराइयों रूपी कीचड़ से न्यारा कमलआसान धारी श्री महालक्ष्मी मां,संतोष धन हर परिस्तिथि में मन में संतोष जीवन का सबसे बड़ा धन है संदेश दे रही मां संतोषी,माता उमादेवी जीवन में स्वयं को हर परिस्थिति में उमंग उत्साह से भरपूर रखने का संदेश देकर दर्शन दे रही है।*
*अष्ट शक्तियां सभी में विद्यमान जो मां बनकर हमारी पालना करती है*
अष्टभुजा धारी दुर्गा मां की अष्ट शक्तियां (समाने की शक्ति, सहन करने की शक्ति, सामना करने की शक्ति, समेटने की शक्ति,परखने की शक्ति, निर्णय लेने की शक्ति, सहयोग करने की शक्ति,विस्तार को संकीर्ण करने की शक्ति।
वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन,केशव बंछोर सभापति,शशि सिंह महापौर रिसाली,अर्चना झा,शिव राजन,अंजनि कुमार ई डी वर्क्स भिलाई इस्पात संयंत्र,राजेश पांडेय,अभिषेक मिश्रा पार्षद सहित बड़ी संख्या में भिलाई के नागरिकों ने चैतन्य देवी झांकी का दर्शनलाभ प्राप्त किया।
ज्ञात हो की राजयोग मेडिटेशन के सतत अभ्यास द्वारा तन और मन की स्थिरता, एकाग्रता के कारण अचल और अडोल मूर्तियों के समान प्रतीत होती हैं कन्याएं।
यह झांकी 11 अक्टूबर तक सर्व के निशुल्क दर्शनार्थ प्रतिदिन शाम को 06:30 बजे से रात्रि 10 बजे तक रहेगी।
झांकी के अंत में सभी को राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास भी कराया जा रहा।
इस अवसर पर जीवन में सच्ची सुख और शान्ति का अनुभव करने के लिए “गॉड्स पावर मेरे पास”(परमात्म शक्तियां मेरे जीवन में) दस दिवसीय राजयोग अनुभूति शिविर का निशुल्क आयोजन रविवार 13 अक्टूबर से रहेगा। जिसका समय प्रातः 7 बजे प्रातः 8 बजे एवम संध्या 5:30 से संध्या 6:30 या संध्या 7:30 से रात्रि 8:30 तक रहेगा। उपरोक्त किसी भी एक समय पर निशुल्क शिविर का लाभ ले सकते है।