Brahmakumaris Bhilai
Bhilai Women Day Celebration Programme “नारी बदलेगी – जग बदलेगी “

भिलाई नगर ,6 मार्च 2018:- प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय एवं राजयोगा एजुकेशन एंड रिसर्च फाउण्डेशन के महिला प्रभाग द्वारा पीस आडिटोरियम, सड़क-2, सेक्टर-7, में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपल्क्ष्य में नारी बदलेगी – नया समाज गढ़ेगी विषय पर महिला संगोष्ठी का आयोजन आओ बदले हम विषेष प्रोजेक्ट के अन्तर्गत हुआ जिसमें मुख्य रूप से , सभी वर्गों, सभी धर्मों की महिला प्रतिनिधियों सहित, शिक्षा , चिकित्सा क्षेत्र एवं गृहणियों बड़ी संख्या में शिरकत की।
वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी प्राची ने विषय पर प्रकाष डालते हुए बताया कि दिवाल की घड़ी रोज 24 घण्टें में वही समय बताती है आज संसार की घड़ी को देखते है तो रोंगटे खड़े हो जाते है। मुझे आवशयकता है स्वयं को बदलने की। बढ़ती समस्या और घटते मानवीय मुल्यों को देखकर भविष्य का भय महसुस हो रहा है , क्या करना है स्पष्ट नहीं हो पा रहा है ? हमारा समाज अभी जिस दुर्दशा में है उसे उससे निकालने कि ताकत एक नारी में है। नारी में सृजनता और संस्कार बनाने की ताकत है। बोल कर बदलने का समय अब चला गया। समय है अभी स्वयं को बदल जग को बदलने का। जिसने खुद को बदलने की विधि अपना ली वही दुसरों को बदल सकता है। निरंतर अपने उपर ध्यान देने कि आवश्यकता है। नारी रिशतो को निभाने वाली अदभुत मिसाल है। आपने नारी शब्द का अर्थ बताते कहा कि ना अर्थात् नाज़ करूं अपनी शक्ति पर , री अर्थात् रिशता है मेरा ईश्वर के साथ। जब परिस्थति हाथ से निकल जाती है या कोई बड़ी भूल हो जाती है तो अधिकार से परमात्मा से रिशता जोड़ो।
सर्वप्रथम सभी अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की विधिवत शुभांरभ किया गया।
कार्यक्र्रम में उपस्थित गायत्री शक्ति पीठ की मंगला भराडे ने कहा कि विश्व में आधी जनसंख्या नारी शक्ति की है। बाल्य काल से ही हमें बच्चों को मुल्यों की शिक्षा देना है।
ईसायी समाज की प्रतिनिधि के रूप में विनिता थामस बहन ने कहा कि जब नेचर के नज़दीक होते है तो प्रभु के नज़दीक होते है। हम अगर अपने को सुपर वुमेन समझते है तो अन्य विशेषताओं के साथ हमें आध्यात्मिक होना ज़रूरी है। हम सामने वाली की गलती को जब तक नहीं भुलेंगे तब तक हम उसे माफ नही कर पायेंगे। आपने अपना अनुभव सुनाते हुए बताया कि राजयोग के अभ्यास से ईगो और चिंता करने की आदत दूर हो गई। ईसायी समाज की ही एस . जे . फिस्ज बहन ने कहा कि आज महिला ही महिला की विरोधी बन गई है। प्रभु का साथ है तो कोई विरोधी नही हो सकता।
मुस्लिम समाज से नादिरा यास्मिन ने कहा कि नारी के विभिन्न रूपों में सबसे अच्छा रूप मां का होता है। मां बच्चों के लिए पहला मदरसा होती है। बच्चों से कुछ भी गलती होती है तो उसकी जिम्मेवारी मां की होती है। सभी क्षेत्रों में धैर्यता की आवश्यकता है।
सिख समाज कि सद्य अमरजीत कौर ने ब्रह्माकुमारी बहनों और सभी को इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए शुभकामनाये दी |
भिलाई सेवाकेन्द्रेां की मुख्य संचालिका ब्रह्माकुमारी आशा ने कहा कि परिवर्तन का प्रारंभ नारी से शुरू होती है। आज लोगों के पास परचिंतन के लिए समय है लेकिन आत्मोन्नति के लिए समय नही। आपने सभी से दो प्रतिज्ञा करवाते हुए कहा कि पहला मैं एक ,दुसरे के साथ सकारात्मक लेन देन करूंगी और उसमें नकारत्मक देखते हुए भी उसे माफ करूंगी । दूसरी प्रतिज्ञा कराते हुए कहा कि आध्यात्मिक शक्ति को अपने जीवन में धारण करूंगी।
वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी माधुरी ने राजयोग द्वारा नारी शक्ति के प्रदर्शन और दर्शन को स्पष्ट करते हुए बताया कि जब नारी प्रदर्शन करती है तो क्रांति और दर्शन करने से शांति की प्राप्ति होती है। नारी को सम्मान देने से अधिकार की प्राप्ति स्वतः ही हो जाती है। इसके लिए हमें नहीं मुझे आज और अभी से शक्ति स्वरूपा बनना है। जिसका सभी को राजयोग द्वारा अनुभव कराया गया।
कार्यक्रम का सुंदर मंच संचालन ब्रह्माकुमारी साक्षी ने किया। डिवाईन ग्रुप की काव्या ने शक्ति का नाम नारी है गीत पर सुंदर स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया। पोषण भाई और कृतिका बहन ने मधुर गीत की प्रस्तुति दी।
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पास्ट इज़ पास्ट, रुको नही थको नही , आगे बढ़ो… ब्रह्माकुमारी गोपी दीदी लन्दन